श्रीराम !

Wednesday, February 21, 2018

दशक चवथा : नवविधा भक्ति-१

१.श्रवण भक्ति  ----  हरिकथा,पुराण,ज्ञान, वैराग्य, उपासना ,                                                 योगमार्गादिंचे श्रवण.

२.कीर्तन भक्ति -----  भजन,सगुणहरिकथन,नृत्य,गायन,वादन

३.नामस्मरण भक्ति --  जप,सदासर्वदा स्थलकालातीत ईशस्मरण,

४.पादसेवन भक्ति --- काया वाचा मनोभावे सद्गुरुची सेवा,

५.अर्चन भक्ति ----- शास्त्रोक्त पूजाविधान, 

६.वंदन भक्ति ---- संत,साधू,सज्जन यांना नमस्कार,धर्मशाळा,देवालये                                    इ.जिर्णोद्धार, मानसपूजा, 

७.दास्य भक्ति ----- धर्मशाळा,देवालये इ.जिर्णोद्धार, मानसपूजा, 

८.सख्य भक्ति ----- परमात्म्यासच सर्व काही मानणे,अशी भक्ती

९.आत्मनिवेदन भक्ति-  सर्वश्रेष्ठ, ’अहं ब्रह्मास्मि’. 




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